आपको बता दें कि, अपने गुरु के कक्ष में पहुंचते ही सबसे पहले पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने स्वामी रामभद्राचार्य को दंडवत प्रणाम किया। इसके बाद उन्होंने धार्मिक चर्चा करते हुए गुरु के पैर दबाना शुरु कर दिए। इस दौरान गुरु ने भी अपने चेले को गले लगाकर भर-भरकर आशीर्वाद दिया।
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पर्चा लिखकर करते हैं भक्तों की समस्या का निदान
बता दें कि, धीरेंद्र शास्त्री अपने हिंदू राष्ट्र बनाने वाले बयान के बाद से ही काफी सुर्ख़ियों में है। उनका जहां कहीं भी कथा और दिव्य दरबार आयोजित होता है, वहां श्रदालुओं का सैलाब उमड़ पड़ता है। यही नहीं, उनका दिव्य दरबार भी हमेशा चर्चा में बना रहता है। दरबार में वो पर्चा लिखकर आने वाले भक्तों की समस्या की जानकारी देते हुए उसका निदान बताते हैं।
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सीएम ने दिलाया संकल्प
वहीं इस भव्य कार्यक्रम में पहुंचे सीएम शिवराज ने कहा कि, हरिहर तीर्थ में संत वाणी से नई दिशा मिलेगी। संतों का मार्गदर्शन मिलेगा। श्रीहरिहर में सभी तीर्थ के दर्शन होंगे। मेरा बस यही निवेदन है कि, जनता की स्थिति सुधारने में सरकार लगी है। हम संकल्प लें कि, इस तीर्थ में अपना भी सहयोग देंगे। दोनों हाथ उठाकर सहयोग का संकल्प लें।